सेतु प्रोजेक्ट बना प्रदेश में मिसाल, तो वहीं कुपोषण के विरूद्ध अभियान भी जारी

नाथद्वारा 21 दिसंबर।नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ के नेतृत्व में नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में सभी विभागों के सहयोग से सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, विद्युत, आंगनवाड़ी, पर्यावरण संरक्षण सहित हर क्षेत्र में नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र प्रगति की ओर है।गत एक वर्ष में उल्लेखनीय विकास कार्य पूर्ण हुए हैं तो कई प्रगतिरत है।

विधायक मेवाड़ ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी स्वीकृत कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कर जनता को सुपूर्द किए जाएं, साथ ही गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए। वे समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों से निरंतर संवाद करते हुए सभी कार्यां की मॉनिटरिंग कर रहे हैं ताकि आमजन को समय पर कार्यां का लाभ मिल सके। विधायक श्री विश्वराज सिंह मेवाड़ द्वारा डीएमएफ़टी मे भी कई नवीन विकास कार्यों का प्रस्ताव भेजा गया हे। उन्होंने कहा है की नवीन विकास कार्यों में आमजन के सुझावों को प्राथमिकता दी जा रही हे जिससे जनता के मंशा अनुरूप विकास कार्य हो सकें।

गांवों में बिछ रहा सड़कों का तंत्र :

आशापुरा चौक से आशापुरा कॉलोनी उनवास में सीसी रोड निर्माण, उनवास से मण्डक का गुडा में सीसी रोड निर्माण, कुंडालिया से आशापुरा में सीसी सड़क का निमार्ण कार्य पूर्ण किया गया है। ऐसे ही ग्राम रामपुर में सीसी सडक का निर्माण कार्य, ग्राम सालोर से रामपुर का सीसी सडक कार्य जारी है। सीसी सड़क एवं डेनेज सिस्टम का कार्य ग्राम शिशवी कन्हैयाला डांगी के घर से पीपलिया वाला देवरा तक, ग्राम पंचाय केसुली में भैरूलाल के निवास से खेडामाता मंदिर पीपलवास तक सीसी सडक, ग्राम पंचाय केसुली में माण्डक का गुड़ा भैरूजी से स्कूल तक, ग्राम पंचायत कालीवास से श्यामजी का गुड़ा से माताजी का मंदिर तक सीसी सडक, ग्राम पंचायत कालीवास में लीलरा से टांटीला रोड़ तक सीसी सड़क का कार्य किया जाएगा।

सीसी के अलावा भी नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में कई अहम सड़कों के कार्य भी जारी हैं। नाथद्वारा बनेडिया से खेड़ी तक सड़क निर्माण, कुचोली से धायला तक सड़क निर्माण, रामपुरिया चौराहा से सिंधु का भट्टा तक सड़क निर्माण, कोशिवाडा में सम्पर्क सड़क का निर्माण, साकरावास में सम्पर्क सड़क, नमाना में सम्पर्क सड़क, देलवाड़ा से गोड़वा भील बस्ती तक तक सड़क निर्माण, एनएच 8 से कामली का गुड़ा तक सड़क निर्माण, एनएच 8 से कोल्लर तक सड़क निर्माण, गोगुंदा तुला मचींद से बड़ा भाणुजा से नवघर तक सड़क निर्माण का कार्य जारी है। मावली-घोड़ाघाटी सड़क का चौड़ाईकरण तथा उथरड़ा से मण्यिणा तक सड़क का कार्य जारी है।

कुपोषण से लड़ने से लेकर शिक्षा तक कई कार्य जारी :

ग्राम पंचायत उनावास में दो आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है। विधायक की पहल पर हर माह में तारीख 9, 18, 27 को अनंता हॉस्पिटल के सहयोग से कुपोषित बच्चों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। डिजिटलीकृत पेंशेंट रेफरल सिस्टम ‘सेतु‘ लागू किया गया है जिसे अब प्रदेश में मोडल के रूप में अपनाया जा रहा है। रामसराय श्रीगोविंदधाम राजकीय जिला चिकित्सालय नाथद्वारा में जिरियाट्रिक वार्ड का कार्य पूर्ण होकर जनता को सुपूर्द हुआ है।

कैलाशपुरी से देलवाड़ा तथा कपासन से कांकरोली तक बस रूट स्वीकृत हुआ है। मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत 480 आवासों का कार्य हो रहा है तथा पूर्ण आवासों का लाभार्थियों को आवंटन हुआ है। धारचा में सामुदायिक भवन के प्रथम तल का कार्य हुआ है। श्रीगोवर्धन राजकीय विद्यालय नाथद्वारा में इंगलिश ऑडियो लैब तथा खुशी मेट का कार्य पूर्ण हुआ है। खमनोर में मिलेट्स बिस्किट प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है।

नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने एक योजना ‘सेतु प्रोजेक्ट’ शुरू की थी, जिसके तहत नाथद्वारा स्थित जिला चिकित्सालय में आने वाले गंभीर मरीजों को उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय में रेफर किए जाने की व्यवस्था का न सिर्फ आधुनिकीकरण किया गया, बल्कि इसे मरीजों के लिए बेहद लाभदायक और राहतकारी बनाया गया।

विधायक का ‘सेतु प्रोजेक्ट‘ बन राज्य में मिसाल :

नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ की ओर से ‘सेतु प्रोजेक्ट‘ की शुरूआत की गई थी जिसे अब प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू किया गया है। इस नए डिजिटलीकृत सिस्टम के तहत एमबी हॉस्पिटल उदयपुर में रेफर होते ही मरीज से संबंधित सारी जानकारी पहले से एमबी हॉस्पिटल उदयपुर के इमरजेंसी वार्ड में पहुँच रही है और मरीज के उपचार संबंधित सभी तैयारियां समय पर सुनिश्चित हो पा रही है। इस कार्यक्रम से मरीजों को काफी राहत मिली है।

जब भी नाथद्वारा जिला चिकित्सालय से कोई मरीज एमबी हॉस्पिटल उदयपुर रेफर होता है तब उसकी सारी डिटेल पहले से ही एमबी अस्पताल को शेयर हो रही है। साथ ही एक क्यूआर कोड भी होता है जिसके माध्यम से मरीज को ट्रेस करना और उससे संबंधित जानकारी प्राप्त करना सुलभ हो जाता है। इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अन्य जिलों ने भी अपनाया है। उदयपुर संभाग स्तरीय बैठक के दौरान मुख्य सचिव पंत ने इसे प्रदेशभर में लागू करने की बात भी कही है।इस प्रोजेक्ट को क्षेत्र में लागू करने से मरीजों को काफी राहत मिली है और रेफर होने पर बेहतर उपचार पाना आसान हुआ है। 

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