राजसमन्द 19 दिसंबर। गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डिस्ट्रीक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट की गवर्निग काउसिंल की सोलहवीं बैठक जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, भीम विधायक हरिसिंह रावत, राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी और नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ आदि उपस्थित रहे।
बैठक में सदस्य सचिव द्वारा प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना-2024 की नवीन गाईड लाईन के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी एवं अवगत कराया गया कि वर्तमान दिशा निर्देशों के अनुसार उच्च प्राथमिकता क्षेत्र यथा- पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण विकास, कौशल विकास, स्वच्छता, कृषि, पशुपालन आदि में 70 प्रतिशत एवं अन्य प्राथमिकता क्षेत्र यथा-सड़क निर्माण, ढांचागत निर्माण आदि में 30 प्रतिशत के अनुपात में विकास कार्य कराए जा सकते हैं।
तत्पश्चात सदस्य सचिव द्वारा अब तक ट्रस्ट द्वारा स्वीकृत विकास कार्यों की प्रगति प्रस्तुत करते हुए बताया कि 1679.75 करोड़ रुपए के 3299 कार्यों में से 1096.22 का हस्तान्तरण कार्यकारी संस्थाओं को किया जा चुका है। इनमें से 2215 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। ट्रस्ट के आय-व्यय के ब्यौरे की जानकारी देते हुए बताया कि डीएमएफटी फण्ड में अब तक 2356.31 करोड़ रुपए की आय हुई तथा दायित्वों को छोड़ने के पश्चात लगभग 250 करोड़ की राशि आगामी विकास कार्यों हेतु उपलब्ध है। बैठक में जिले के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता, महिला एवं बाल विकास से सम्बन्धित विभिन्न विकास कार्यों तथा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा के विकास के कार्यों का सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया।
‘सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन’ से लेकर ‘मैया घर’ तक सभी जरूरी प्रस्तावों का अनुमोदन :
उल्लेखनीय कार्यों में लगभग राशि 6.50 करोड़ रुपए से 229 विद्यालयों में छात्र-छात्राओं हेतु शौचालय निर्माण, बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सेनेट्री पेड वेंडिंग मशिन व इन्सीनेटर उपलब्ध कराने, 2 करोड़ की लागत से 100 आंगनवाड़ी केन्द्रों को ‘‘मैया घर’’ में उन्नयन करने, जिले के आर.के चिकित्सालय में लगभग 1 करोड़ लागत के चिकित्सकीय उपकरण, चिकित्सालय में अतिरिक्त चिकित्सक नर्सीग कर्मी एवं अन्य स्टाफ उपलब्ध कराने, खारी फीडर की प्रवाह क्षमता को बढाने हेतु राज्य सरकार की बजट घोषणा के क्रम में कन्वर्जेन्स कर 50 प्रतिशत राशि अथवा अधिकतम 25 करोड़ प्रतिवर्ष आगामी तीन वित्तीय वर्षों में डीएमएफटी मद से वित्त पोषित करने, 1.20 करोड़ की लागत से राजीविका महिला एवं सहायता समूह के उत्पादों का निर्माण एवं प्रदर्शन के लिये रूलर मार्ट एवं राजीविका कार्यशाला का निर्माण, 10 करोड़ लागत से ग्राम पंचायतों में स्वच्छता हेतु 116 ओटो टिप्पर उपलब्ध करवाने, वृक्षारोपण के कार्यों को कराये जाने के साथ-साथ अन्य कई विकास कार्यों का अनुमोदन लिया गया।
विधायकों ने दिया समयबद्ध कार्य पूर्ण करने पर जोर :
बैठक में समस्त विधायकों ने विकास कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ-साथ यह भी निर्देश दिए कि स्वीकृत कार्य समय पर पूर्ण हो ताकि जनता को समय पर राहत मिले। बैठक के दौरान जनहित से जुड़े संयत प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की गई और यह तय किया गया कि सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूरे किए जाएं। विधायकों ने इस बात पर बल दिया कि किसी भी परियोजना में गुणवत्ता से समझौता न हो, ताकि जनता को स्थायी लाभ मिल सके।
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि देरी से पूरे होने वाले कार्यों से जनता को असुविधा होती है। विधायकों ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि परियोजनाओं की निगरानी नियमित रूप से की जाए और यदि किसी स्तर पर बाधा आए तो तुरंत समाधान निकाला जाए। समय पर कार्य पूर्ण होने से न केवल लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि शासन और जनता के बीच विश्वास भी मजबूत होगा। इस दृष्टिकोण से, समस्त विभागों को विकास कार्यों के लिए स्पष्ट रोडमैप तैयार करने और उसकी सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
विभाग करेंगे कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग :
ट्रस्ट के अध्यक्ष जिला कलक्टर द्वारा सदन को आश्वस्त किया कि समस्त कार्यकारी संस्थाओं के माध्यम से अनुमोदित कार्यों को समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराया जाना सुनिश्चित किया जाएगा एवं निश्चित अंतराल के पश्चात कार्यों की मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि आमजन को डीएमएफटी मद से कराये जा रहे कार्यों का प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिल सके।
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