राजसमंद, 9 सितंबर। जिला कलक्टर शुभम चौधरी ने सोमवार को पदभार ग्रहण करते ही जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विस्तार से विभिन्न योजनाओं, बजट घोषणाओं, प्रमुख समस्याओं आदि की विस्तार से समीक्षा की। एडीएम नरेश बुनकर सहित अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। कलक्टर ने बैठक में सर्वप्रथम सभी जिला स्तरीय अधिकारियों का परिचय प्राप्त किया और फिर विभागवार समीक्षा की। सबसे पहले उन्होंने बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी अधिकारी बजट घोषणाओं की क्रियान्विति समय पर सुनिश्चित करें ताकि घोषणाएं धरातल पर समय से मूर्त रूप ले सके और आमजन लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि घोषणाओं की क्रियान्विति में कोई अनावश्यक विलंब न हो। बैठक में एडीएम नरेश बुनकर, एसडीओ बृजेश गुप्ता, सहायक कलक्टर नाथद्वारा अर्चना बुगालिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इन बजट घोषणाओं की हुई समीक्षा
जिला कलक्टर ने बैठक में 3530 करोड़ रुपए की लागत से जाखम बांध आधारित वृहद पेयजल परियोजना, 150 करोड़ रुपए की लागत से राजसमंद बांध में जल की आवक में अभिवृद्धि करने हेतु खारी फीडर की प्रवाह क्षमता को बढ़ाने के लिए जीर्णोद्धार तथा आवश्यक मरम्मत कार्य, भीम में ड्रेनेज सिस्टम एवं रोड लाईट के कार्य, मार्बल-ग्रेनाईट आदि से संबंधित घरेलू और विदेशी उपभोक्तओं को आकर्षित करने और इस क्षेत्र को व्यापक बाजार उपलब्ध कराने हेतु स्टोन मण्डी निर्माण, विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के क्रमोन्नयन, विभिन्न सड़कों के निर्माण कार्य आदि समस्त बजट घोषणाओं की विभागवार समीक्षा करते हुए नवीनतम प्रगति जानी। एडीएम नरेश बुनकर ने घोषणाओं के संबंध में अब तक की स्थिति से अवगत कराया। कलक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारी से भी डिटेल में चर्चा की। उन्होंने कहा कि बजट घोषणाओं से संबंधित भूमि चिन्हित करते समय राजस्व विभाग के अधिकारी भी आपके साथ हो ताकि भूमि संबंधी कोई व्यवधान हो तो पहले ही पता चल जाए और अनावश्यक विलंब न हो।
हर शिकायत का करें समय पर समाधान :
जिला कलेक्टर चौधरी ने कहा कि अब ‘संपर्क पोर्टल’ की वे नियमित रूप से हर सप्ताह समीक्षा करेंगी, ताकि किसी भी व्यक्ति की शिकायत अनावश्यक रूप से लंबित न रहे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर शिकायत का समय पर समाधान सुनिश्चित किया जाए, ताकि पीड़ित व्यक्तियों को त्वरित राहत मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि आमजन की समस्याओं का निस्तारण प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि कार्यालयों में आने वाले लोगों के प्रति अधिकारियों को अधिक संवेदनशील और विनम्र होना चाहिए, ताकि आम जनता की समस्याओं को पूरी गंभीरता और सहानुभूति के साथ सुना जा सके।इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने यह भी कहा कि वे जल्द ही ‘जल जीवन मिशन’ की एक समीक्षा बैठक आयोजित करेंगी, जिसमें मिशन की प्रगति और उससे संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से इस मिशन के सभी लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि हर घर को सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने अधिकारियों को इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाना चाहिए, ताकि जनता को बिजली से संबंधित समस्याओं में राहत मिल सके और सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाया जा सके।
टीम वर्क से कार्य करें :
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बजट घोषणाओं के प्रति गंभीर रहें, अतिवृष्टि होने पर पूरी तरह अलर्ट रहें, सभी अधिकारी आपसी समय रखते हुए टीम वर्क से कार्य करें। उन्होंने कहा कि वे आशा व्यक्त करती हैं कि सभी अधिकारी मिल कर हर योजना का जिले में सफल क्रियान्वयन करेंगे। कलक्टर ने बैठक में पीडबल्यूडी को जिले में जारी प्रमुख विकास कार्यों, परियोजनाओं की जानकारी प्रेषित करने के निर्देश दिए। राजस्व प्राप्ति की समीक्षा करते हुए कम राजस्व प्राप्त करने वाले विभागों को बेहतर प्रगति लाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग और नगर निकाय को मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के संबंध में निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ हेमंत बिंदल से जिले के स्वास्थ्य तंत्र, सीडीईओ रविंद्र तोमर से जिले में संचालित विद्यालयों की स्थिति की जानकारी ली। बैठक के अंत में जिला कलक्टर ने सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों से विभाग संबंधित प्रमुख समस्याओं, विकास कार्यों आदि की जानकारी ली।
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