राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर एवं राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी, जोधपुर के निर्देषानुसार उदयपुर, राजसमंद एवं चित्तौडगढ़ के न्यायिक अधिकारियों की द्वितीय त्रैमासिक ब्लॉक सैमिनार दिनांक 08.12.2024 को जिला परिषद, राजसमंद के बैठक कक्ष में आयोजित की गई।
सेमिनार के मुख्य अतिथि न्यायाधिपति श्री दिनेष मेहता साहब ने रविवार को आयोजित द्वितीय त्रैमासिक कार्यषाला-2024 (अक्टूबर-दिसम्बर 2024) की अध्यक्षता की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में माननीय न्यायाधिपति ने सभी न्यायिक अधिकारियों को प्रकरणों के त्वरित निस्तारण में इलैक्ट्रॉनिक संचार माध्यमों से अपने दिन प्रतिदिन के न्यायिक कार्य में उपयोग विषय पर मार्गदर्षन देते हुए सभी न्यायिक अधिकारियों से अधिकतम न्यायिक कार्य में इलैक्ट्रॉनिक साधित्रों के उपयोग बढ़ाने और त्वरित गति से समनों की तामिल, इलैक्ट्रॉनिक पोर्टलों के उपयोग पर बल देते हुए त्वरित निस्तारणों के निर्देष दिए।
इस सेमिनार में राजसमंद जिला न्यायाधीश राघवेंद्र काछवाल उदयपुर जिला न्यायाधीश ज्ञान प्रकाश गुप्ता चित्तौड़गढ़ जिला न्यायाधीश महेंद्र सिंह सिसौदिया सहित सभी न्यायिक अधिकारियों ने इस त्रैमासिक ब्लॉक सेमिनार में तीनों जिलों के न्यायिक अधिकारियों ने डिजिटल कोर्टस, प्रोसेस जनरेषन के नवीन एप त्वरित के उपयोग, दूरस्थ स्थित गवाहों के वी.सी. पोर्टल से होने वाले बयानों, ऑनलाईन लीव मैनेजमेंट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का न्याय में उपयोग विषयों पर कार्यशाला में विस्तार से चर्चा की। इससे पूर्व उदयपुर जिला न्यायाधीश श्री ज्ञान प्रकाश गुप्ता ने अपने स्वागत भाषण में उद्बोधन देते हुए ऐसी कार्यशालाओं को न्यायालयों द्वारा किये जाने वाले न्यायिक कार्य में सहायक बताया ।
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जिला एवं सेशन न्यायाधीश, राजसमंद श्री राघवेन्द्र काछवाल ने बाहर से पधारे समस्त न्यायिक अधिकारियों का आभार व्यक्त कर स्वागत किया । श्री काछवाल ने अपने उद्बोधन में हर्ष व्यक्त करते हुए इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों को न्याय में न्यायाधीशों के लिए अति उपयोगी बताते हुए कार्यषाला की सफलता पर सभी उपस्थित न्यायिक अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया ।
राजसमंद में आयोजित कार्यषाला की आयोजन समिति के नोडल ऑफिसर श्री सुनिल कुमार ओझा, अपर जिला एवं सेषन न्यायाधीष ने बताया कि बैठक हॉल में न्यायिक अधिकारियों ने इलैक्ट्रॉनिक केस मैनेजमेंट टूल्स फॉर ज्यूडिसियल ऑफिसर तथा जनरल रूल्स (सिविल एण्ड क्रिमिनल) 2018 के सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक पक्षों पर व्याख्यान दिया। इस तरह की कार्यषाला के महत्व को बताते हुए श्री सुनिल कुमार ओझा ने बताया कि इस प्रकार की कार्यषाला के नियमित आयोजन से न्यायिक अधिकारीगण वर्तमान में न्यायिक प्रक्रियों में होने वाले बदलावों के बारे जानकारी मिलती है, इस तरह की कार्यषाला से न्यायिक अधिकारीगण स्वयं को अद्यतन रख पाते हैं तथा इस प्रकार का कार्यक्रम न्यायिक अधिकारीगण के लिए ज्ञानवर्द्धक और उपयोगी साबित होता है।
कार्यषाला में नवीन नवाचार करते हुए एमएसीटी जज, राजसमंद श्री अष्वनी यादव ने उदयपुर जिला न्यायाधीष श्री ज्ञान प्रकाष गुप्ता को एवं पोक्सो जज, राजसमंद श्रीमती पूर्णिमा गौड़ ने चित्तौड़गढ़ जिला न्यायाधीष श्री महेन्द्र सिसोदिया को वन एवं पर्यावरण के पर्याय पौधे भेंट किए।
कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती ममता सैनी सीजेएम, राजसमंद, श्रीमती अनुपमा भटनागर एसीजेएम, रेलमगरा एवं श्रीमती साक्षी शर्मा न्यायाधीश, राजसमंद ने किया। कार्यशाला का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
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